दोस्तो ,आगे आने वाले समय में बाबा रामदेवजी और डा.स्वामी की कीमत पर आप किसी भी अन्ना आन्दोलन में शामिल न हो, क्योकि इससे भारत के वास्तविक मुद्दे पीछे चले चले जाते है, असल में भारत की पूरी मिडिया द्वारा अन्ना को ही दिन रात दिखाया जाना कांग्रेस की डिजाइन है जिससे बाबा राम देव के उन मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाया जा सके, जो वास्तव में किये जा सकते है, उसे सरकार को ही करना है, उससे जनता को बहुत लाभ होगा और लुटेरो को नुकसान होगा—उदहारण देखिये.....१- मूल्य निर्धारण अधिकरण का गठन – इससे बाजार में मिलाने वाली हर वास्तु मूल्य तय हो जायेगा की वह कितने में बिकनी चाहिए, जैसे ५० पैसे की दवा पर मूल्य ५८/- रुपये लिखा है, ये भारत की जनता के साथ धोखा है, ७० रुपये के सीमेंट की बोरी ३०० रुपये के आस पास बिकती है, १००० रुपये का कोयला ९५०० रुपये टन बिकता है, इसमे कुछ करने की जरुरत नहीं सिर्फ १०००००० लोगो को नया रोजगार देकर मूल्याकन में लगा दिया जाये... अन्ना ने इस पर कभी चर्चा नहीं की.. भारत २५ करोड के हेलिकाप्टर इटली से ३५० करोड में खरीदता है, ये किसका पैसा है...
२- अर्थक्रान्ति का प्रस्ताव--- बाबा जि इस पर बहुत जोर दिया है जिसमे ५० रुपये के ऊपर के सभी नोट बंद कर दिए जाये, सभी टैक्स बंद कर दिए जाये, सभी बड़े लेन देन बैंको के द्वारा किये जाये, बैंको में प्राप्त रकम पर मात्र २% का अंतरण टैक्स लगाया जाये, हर गली चौराहे पर बैंकिंग की सुबिधा हो, नगद लेन देन पर कोई टैक्स न हो, ये एक ऐसा कदम जिससे घूसखोरी तुरंत बंद हो जायेगी, और भारत शिखर पर पहुच जायेगा (इसके बारे ज्यादा जानने के लिए अर्थाक्रंती का वीडियो देखे)
३- कालाधन वापस लाओ—इस मुद्दे पर आज तक अन्ना की टीम ने अपना मत नहीं दिया क्यों की उनको कांग्रेस की भी चिंता है, कालाधन कितना भी हो लेकिन ये इतना है की भारत की तस्वीर बदल जायेगी, असल में अन्ना के आन्दोलन को हाथो हाथ मिडिया द्वारा इसी मुद्दे से जनता का ध्यान भटकाने के लिए लिया गया था. यह भी एक तरह से कांग्रेस की ही डिजाइन थी. भारत के खरबो खरब रुपये विदेशी बैंको में हैं, इस पर अन्ना को समझया भी गया है लेकिन उनका अपना एजेंडा सिर्फ बाबा रामदेव जी को मिडिया से गायब करने में कांग्रेस की मदद करना. लेकिन भारत की जनता ने इसे सकारात्मक रूप से लिए क्योकि वह गहराई में नहीं गई.
४- क्योकि बाबा रामदेव जी , डा. सुब्रमनियन स्वामी जी के साथ मिलकर एक नए राष्ट्रवादी अपर प्रभावशाली आन्दोलन भूमिका बना चुके है तो अन्ना जि की टीम भी उसकी धार कुंद करने के लिए मिडिया के सहयोग से जल्द से लज्द नए अवतार में सामने आ जायेंगे.
५- बाबा जी के हर प्रोग्राम में भारत की हर टीवी मौजूद होते हैं लेकिन वे उनका एक भी राष्ट्रवादी व्याख्या नहीं दिखाते है, सिर्फ इस फ़िराक में सुबह से शाम तक हर पल का वीडियो बनाते है की कही कोई ऐसा मुदा मिल जाये जिसे बार बार टीवी पर दिखाकर बाबा जि की छवि धूमिल करके उनके समर्थकों की संख्या कम की जाये , इसके सबसे बड़े मोहरे हैं—अन्ना जी, जिस अन्ना को गलत दवा देने की बात बाबा जी ने टीवी पर कही, उसी अन्ना ने इस बात से इनकार कर दिया.. आप स्वयं सोच सकते है की अन्ना का असल एजेंडा क्या हो सकता है..मै अपने को एक विश्लेषक माँनता हू लेकिन ये विश्लेषण मुझे बहुत कचोटता है की क्या मेरा विश्लेषण सच्चाई के आस पास भी है????
६- जिस आर एस एस को कांग्रेस गाली देती रही है उस एर एस एस के बारे में मैंने आज तक राष्ट्रवादी अन्ना के मुह एक भी ऐसा शब्द नहीं सुन पाया जो आर एस एस को क्लीन चिट् देता हो जबकि बाबा जि कहा है की आर एस एस कोई आतंकवादी संगठन नहीं है, अन्ना ने क्यों नहीं कहा????
जय भारत
(अयोध्या से संजय कुमार मौर्य का विश्लेषण)
--आपने स्वयं और अपने परिवार के लिए सब कुछ किया, देश के लिए भी कुछ करिये,क्या यह देश सिर्फ उन्ही लोगो का है जो सीमाओं पर मर जाते हैं??? सोचिये......
है प्रभु --
भारत को ज़माने का सरताज बना देगे , वो वक्त भी आयेगा क़ि दुनिया को दिखा देगे
जो हमको मिटाएगा , हम उसको मिटा देगे ...................
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