पुलिस की उदासीनता से हुआ हिन्दुओं पर सुनियोजित हमला : विहिप
आखिर ईद, ताजिए, मुहर्रम या शुक्रवार को ही क्यों होते हैं हिन्दुओं पर हमले?
नाराज हिन्दू संगठनों ने किया नांगलोई पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन
नई दिल्ली, अगस्त 22, 2012। सुभाष पार्क मामले में दिल्ली पुलिस की अकर्मण्यता के चलते अब अराजक तत्व दिल्ली में इतने निरंकुश हो गए हैं कि वे शान्ति प्रिय हिन्दू समाज या सामान्य पुलिस कर्मी तो क्या पुलिस के आला अधिकारियों तक पर भी हमला करने से नहीं डरते। विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली के महा मंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने नांगलोई में कल हुए दंगों को पुलिस की अकर्मण्यता से हुए हिन्दुओं पर सुनियोजित हमलों की संज्ञा दी है। नांगलोई थाने के बाहर आज आक्रोषित लोगों ने प्रदर्शन भी किया तथा पुलिस द्वारा अराजक तत्वों को दबोचने की जगह पीडित हिन्दुओं को ही गिरफ़्त में लेकर प्रताडित करने के विरुद्ध अपनी आवाज बुलन्द की। विहिप महा मंत्री ने आज संजय गांधी अस्पताल जा कर घायलों को भी देखा तथा स्थानीय लोगों से मुलाकात की।
विहिप दिल्ली की आज झण्डेवालान कार्यालय में हुई बैठक के बाद महामंत्री ने पूछा है कि आखिर ये हमले ईद, ताजिए, मुहर्रम या शुक्रवार को ही क्यों शुरू होते हैं? और पुलिस तथा सरकारी सम्पत्ति के साथ हिन्दुओं को ही क्यों निशाना बनाया जाता है? हाल ही में दिल्ली सहित देश के विभिन्न भागों में सुनियोजित तरीके से हुए हमले हों चाहे सुभाष पार्क पर कब्जे की बात हो या उसके बाहर पुलिस कर्मियों की पिटाई की बात हो, उत्तर पूर्व के लोगों के खिलाफ़ बांग्लादेशी समर्थित हुजूम का तांडव हो या अन्य कोई प्रदर्शन, आखिर इन्हीं दिनों क्यों अराजकता का माहौल बनाया जाता है? उन्होंने कहा कि एक ओर हिन्दुओं पर आक्रमण किया गया और दूसरी ओर पुलिस पीडित हिन्दुओं को ही बली का बकरा बना कर झूंठे केस दर्ज कर रही है। दिल्ली का हिन्दू जन मानस यह कदापि स्वीकार नहीं करेगा। आखिर इन दंगाईयों पर अंकुश लगाने में पुलिस व प्रशासन क्यों नहीं आगे आते?
भवदी
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