बलात्कार
के दोषियों को एक महीने में सख्त सजा हो.
चलती बस
में बलात्कार की जो घिनौनी घटना हुई है वह हिला देने वाली है. आम आदमी पार्टी
पीड़ित लड़की के साथ अपनी पूरी संवेदना व्यक्त करती है. दोषियों को उनके करतूत की
सजा दिलाने में वह पीड़ित के साथ खड़ी होगी. इस घटना ने लोगों के मन में एक डर पैदा
किया है कि क्या राजधानी की सड़कों पर उनकी आबरु सुरक्षित है? आज
निर्दोष जनता डरी हुई है, जबकि डर तो अपराधियों में होना चाहिए था. उनके मन में
कानून का ऐसा खौफ होना चाहिए था कि किसी महिला की आबरू पर हाथ डालने से पहले उनकी
रुह कांप जाए. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा. सबसे पहले देश की न्याय व्यवस्था को दुरुस्त
करने की जरूरत है. बलात्कार जैसे अपराधों का स्पीडी ट्रायल हो. मामले की एक महीने
के अंदर सुनवाई करके दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए. समाज में अपराधियों को
ऐसा संदेश देना ही होगा.
सरकार को
सख्त कदम तो उठाने ही हैं लेकिन समाज को भी सक्रिय होकर आगे आना होगा. ऐसे अपराधों
को रोकने की जिम्मेदारी प्रशासन और पुलिस की है लेकिन साथ ही साथ आम लोगों को भी
संवेदना दिखाते हुए अपने स्तर से प्रयास करने होंगे. जघन्यतम अपराध तभी रुकेंगे जब
सरकार के साथ-साथ समाज में भी उसके लिए कोई सहनशीलता (ZERO
TOLERANCE) नहीं
रहे.
अगर
पीड़िता को एक महीने के अंदर न्याय नहीं मिलता और अपराधियों को सरकार सजा नहीं दिला
देती तो आम आदमी पार्टी सड़क पर आंदोलन करेगी. बात हमारी मां-बेटियों-बहनों की
इज्जत-आबरु से जुड़ी है. इस पर कोई समझौता नहीं हो सकता.
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