गोमती सफाई पर केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा खर्च
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Jan 25 at 3:04 PM
यूपी की राजधानी लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल राजाजीपुरम शाखा की कक्षा
8 की छात्रा 13 वर्षीय ऐश्वर्या पाराशर की एक आरटीआई ने गोमती सफाई पर
सरकारी दिखावों की पोल खोल दी है . Download original RTI reply from
http://aishwarya-parashar.blogspot.in/2015/01/blog-post.html
दरअसल ऐश्वर्या ने साल 2013 के 25 अक्टूबर को सूबे के मुख्यमंत्री
कार्यालय में एक आरटीआई दायर करके उत्तर प्रदेश के गठन से अब तक गोमती
सफाई पर केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा खर्च किये गए रुपयों की
जानकारी माँगी थी . ऐश्वर्या ने गोमती में कूड़ा- कचरा डालने से रोकने
के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किये गए आदेशों की जानकारी भी माँगी थी .
हालाँकि आरटीआई एक्ट में 30 दिनों में ही सूचना देने की अनिवार्यता है पर
सरकारी उदासीनता के चलते यह सूचना उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
द्वारा लगभग 1 साल 2 महीने बाद ऐश्वर्या को दी गयी है. उत्तर
प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा ऐश्वर्या को दी गयी सूचना से
गोमती सफाई पर सरकारी दिखावों की पोल स्वतः ही खुल रही है.
ऐश्वर्या को दी गयी सूचना में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने
स्वीकारा है कि चाहें केंद्र की सरकार हो या प्रदेश की सरकार, किसी ने
भी गोमती नदी की सफाई के लिए उत्तर प्रदेश के गठन से अब तक एक रुपया भी
खर्च नहीं किया है. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यह भी
स्वीकारा है कि उनके पास गोमती में कूड़ा- कचरा डालने से रोकने के लिए
प्रदेश सरकार द्वारा किये गए आदेशों की जानकारी नहीं है और ये जानकारी
लेने के लिए ऐश्वर्या को नगर विकास विभाग से संपर्क करने को कहा है.
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा दी गयी सूचना से व्यथित
ऐश्वर्या सबाल करती है कि जब केंद्र की सरकार और प्रदेश की सरकार ने
गोमती नदी की सफाई के लिए उत्तर प्रदेश के गठन से अब तक एक रुपया भी
खर्च नहीं किया है और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास
गोमती में कूड़ा- कचरा डालने से रोकने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किये
गए आदेशों की जानकारी ही नहीं है तो आखिर गोमती नदी की सफाई होगी
कैसे ?
गौरतलब है कि देश में ‘आरटीआई बाली लड़की’ के नाम से विख्यात ऐश्वर्या महज
8 साल की उम्र में अपनी आरटीआई से सिटी मॉन्टेसरी स्कूल राजाजीपुरम शाखा
के सामने से कूड़ाघर हटवाकर पब्लिक लाइब्रेरी बनबा चुकी हैं.
बापू नहीं ‘राष्ट्रपिता’ ,हॉकी नहीं ‘राष्ट्रीय खेल’, 26 जनवरी (गणतंत्र
दिवस), 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) और 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) नहीं
‘राष्ट्रीय अवकाश’ जैसे कड़वे सच अपनी बिभिन्न आरटीआई से देश के सामने
उजागर करने बाली इस ‘आरटीआई गर्ल’ ऐश्वर्या ने गोमती नदी की सफाई की अपनी
इस मुहिम में सभी नागरिकों से सोयी सरकारों को जगाने में सहयोग की अपील
की है और आने बाले 15 फरवरी रविवार को राजधानी लखनऊ में गांधी पार्क
हज़रतगंज क्रासिंग के पास हस्ताक्षर अभियान आरम्भ करने की घोषणा भी की है.
—
—
-Sincerely Yours,
Urvashi Sharma
Secretary – YAISHWARYAJ SEVA SANSTHAAN
101,Narayan Tower, Opposite F block Idgah
Rajajipuram,Lucknow-226017,Uttar Pradesh,India
Contact 9369613513
Right to Information Helpline 8081898081
Helpline Against Corruption 9455553838
8 की छात्रा 13 वर्षीय ऐश्वर्या पाराशर की एक आरटीआई ने गोमती सफाई पर
सरकारी दिखावों की पोल खोल दी है . Download original RTI reply from
http://aishwarya-parashar.blogspot.in/2015/01/blog-post.html
दरअसल ऐश्वर्या ने साल 2013 के 25 अक्टूबर को सूबे के मुख्यमंत्री
कार्यालय में एक आरटीआई दायर करके उत्तर प्रदेश के गठन से अब तक गोमती
सफाई पर केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा खर्च किये गए रुपयों की
जानकारी माँगी थी . ऐश्वर्या ने गोमती में कूड़ा- कचरा डालने से रोकने
के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किये गए आदेशों की जानकारी भी माँगी थी .
हालाँकि आरटीआई एक्ट में 30 दिनों में ही सूचना देने की अनिवार्यता है पर
सरकारी उदासीनता के चलते यह सूचना उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
द्वारा लगभग 1 साल 2 महीने बाद ऐश्वर्या को दी गयी है. उत्तर
प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा ऐश्वर्या को दी गयी सूचना से
गोमती सफाई पर सरकारी दिखावों की पोल स्वतः ही खुल रही है.
ऐश्वर्या को दी गयी सूचना में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने
स्वीकारा है कि चाहें केंद्र की सरकार हो या प्रदेश की सरकार, किसी ने
भी गोमती नदी की सफाई के लिए उत्तर प्रदेश के गठन से अब तक एक रुपया भी
खर्च नहीं किया है. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यह भी
स्वीकारा है कि उनके पास गोमती में कूड़ा- कचरा डालने से रोकने के लिए
प्रदेश सरकार द्वारा किये गए आदेशों की जानकारी नहीं है और ये जानकारी
लेने के लिए ऐश्वर्या को नगर विकास विभाग से संपर्क करने को कहा है.
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा दी गयी सूचना से व्यथित
ऐश्वर्या सबाल करती है कि जब केंद्र की सरकार और प्रदेश की सरकार ने
गोमती नदी की सफाई के लिए उत्तर प्रदेश के गठन से अब तक एक रुपया भी
खर्च नहीं किया है और उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास
गोमती में कूड़ा- कचरा डालने से रोकने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किये
गए आदेशों की जानकारी ही नहीं है तो आखिर गोमती नदी की सफाई होगी
कैसे ?
गौरतलब है कि देश में ‘आरटीआई बाली लड़की’ के नाम से विख्यात ऐश्वर्या महज
8 साल की उम्र में अपनी आरटीआई से सिटी मॉन्टेसरी स्कूल राजाजीपुरम शाखा
के सामने से कूड़ाघर हटवाकर पब्लिक लाइब्रेरी बनबा चुकी हैं.
बापू नहीं ‘राष्ट्रपिता’ ,हॉकी नहीं ‘राष्ट्रीय खेल’, 26 जनवरी (गणतंत्र
दिवस), 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) और 2 अक्टूबर (गांधी जयंती) नहीं
‘राष्ट्रीय अवकाश’ जैसे कड़वे सच अपनी बिभिन्न आरटीआई से देश के सामने
उजागर करने बाली इस ‘आरटीआई गर्ल’ ऐश्वर्या ने गोमती नदी की सफाई की अपनी
इस मुहिम में सभी नागरिकों से सोयी सरकारों को जगाने में सहयोग की अपील
की है और आने बाले 15 फरवरी रविवार को राजधानी लखनऊ में गांधी पार्क
हज़रतगंज क्रासिंग के पास हस्ताक्षर अभियान आरम्भ करने की घोषणा भी की है.
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-Sincerely Yours,
Urvashi Sharma
Secretary – YAISHWARYAJ SEVA SANSTHAAN
101,Narayan Tower, Opposite F block Idgah
Rajajipuram,Lucknow-226017,Uttar Pradesh,India
Contact 9369613513
Right to Information Helpline 8081898081
Helpline Against Corruption 9455553838
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